रायपुर : बच्चों के व्याधिक्षमत्व, पाचन शक्ति, स्मरण शक्ति, शारीरिक शक्तिवर्धन एवं रोगों से बचाव के लिए शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में सोमवार को 1,802 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के कौमारभृत्य विभाग द्वारा हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाता है। स्वर्णप्राशन के साथ ही डा. लवकेश चंद्रवंशी ने बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण भी किया।
शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में आयुष विभाग की संचालक इफ्फत आरा, प्राचार्य प्रो. डा. जीआर चतुर्वेदी, चिकित्सालय अधीक्षक प्रो. डा. प्रवीण कुमार जोशी और कौमारभृत्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डा. नीरज अग्रवाल के निर्देशन में स्वर्णप्राशन कराया गया। स्वर्णप्राशन समन्वयक डा. लवकेश चन्द्रवंशी ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए यह काफी लाभदायक है।
महाविद्यालय के स्नातकोत्तर एवं स्नातक छात्र-छात्राएं हर महीने इसमें महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय द्वारा इस वर्ष 25 जनवरी को 1,235, 21 फरवरी को 1,420, 18 मार्च को 1,720, 16 अप्रैल को 1,410 और 13 मई को 1,256 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया था।