रायपुर : विकसित भारत में कौशल विकास, वित्तीय समावेशन एवं सामाजिक उद्यमिता की भूमिका पर दो दिवसीय कांक्लेव का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन आइसेक्ट और एनएसडीसी भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। दो दिनों तक आइसेक्ट के युवा उद्यमियों और कियोस्क संचालक को बैंकिंग और डिजिटल ट्रांजेक्शन में कार्य और इसमें संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारियां प्रदान की जा रही हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विकसित भारत बनाने के लिए सबसे पहले छत्तीसगढ़ को विकसित बनाना होगा। तभी हम विकसित भारत का सपना साकार कर पाएंगे।
संपन्न छत्तीसगढ़ बनाने की जरूरत
छत्तीसगढ़ को डिजिटल छत्तीसगढ़, विकसित छत्तीसगढ़, समृद्ध छत्तीसगढ़, संपन्न छत्तीसगढ़ बनाने की जरूरत है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि आइसेक्ट छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश में युवाओं को उद्यमी बनाने और रोजगार देने का कार्य कर रहा है। अब छत्तीसगढ़ को भी समृद्धि की दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी भी आइसेक्ट की है। इस अवसर पर पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल, स्टेट बैंक आफ इंडिया के डीजीएम विमल किशोर, विशिष्ट अतिथि के रूप में सेंट्रल बैंक आफ इंडिया छत्तीसगढ़ जोनल मैनेजर बीआर रामकृष्ण, अनुराग गुप्ता जनरल मैनेजर फाइनेंशियल इंक्लूजन, आइसेक्ट के जोनल हेड शशिकांत वर्मा, डा. सीवी रमन विश्वविद्यालय के डा. अरविंद तिवारी, नेशनल नेटवर्क मैनेजर राजेश पंडा, आइसेक्ट के स्टेट कोआर्डिनेटर अब्दुल मसीद, योगेश मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे।