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Result: दसवीं बोर्ड परीक्षा में श्री शनि ट्यूटोरियल का रिजल्ट 100 प्रतिशत

दसवीं बोर्ड की छात्रा दृष्टि ब्रजेश दुबे को मिला 500 में 456 अंक , बारहवी बोर्ड में कई छात्रों का रहा 81 अंक


मुंबई (नायगांव)। shree Shani tutorials Naigaon East mumbai महाराष्ट्र दसवीं और बारहवी बोर्ड परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। हर बार की तरह इस वर्ष भी नायगांव ईस्ट स्थित श्री शनि ट्यूटोरियल का दसवीं-बारहवी बोर्ड परीक्षा का परिणाम 100 प्रतिशत रहा। बारहवी बोर्ड में जहां सबसे अधिक 81 से लेकर 62फीसद अंक छात्रों के रहे। इसी तरह से दसवीं की क्लासेस में पढ़ाई करने वाले लगभग 15 छात्रों का रिजल्ट सौ फीसद रहा है। दसवीं बोर्ड की परीक्षा में सबसे अधिक अंक नायगांव में संचालित डॉन बॉस्को हाई स्कूल की छात्रा दृष्टि ब्रजेश दुबे का रहा है। जिन्हे बोर्ड की परीक्षा के कुल पूणांक 500 में 456 अंक प्राप्त हुए। अंग्रेजी, साइंस, गणित सहित अन्य विषयों में 90 से अधिक अंक प्राप्त कर स्कूल, श्री शनि ट्यूटोरियल सहित अभिभावकों का नाम रोशन किया है। छात्रा दृष्टि ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 91.20 अंक साथ सफलता प्राप्त की है। बाकी छात्रों के अंक 86 से लेकर 66 प्रतिशत तक रहे ।

एक जून 2018 को श्री शनि ट्यूटोरियल रखी थी नींव
बोर्ड परीक्षा के सौ फीसद परिणाम पर खुशी व्यक्त करते और सभी छात्रों को बधाई देते हुए श्री शनि ट्यूटोरियल की संचालिका वंदना दुबे ने बताया कि छात्रों को बेहतर अंक मिले, यही ट्यूटोरियल का सदैव ध्येय रहा है। इसी सोच और भगवान श्री शनि को आराध्य देवता मानते हुए एक जून 2018 को श्री शनि ट्यूटोरियल की नींव रखी गई थी। लगातार इन सात वर्षो में भगवान श्री शनि का आशीवार्द मिला, जिसका परिणाम सामने है। बहुत ही सीमित संसाधनों के बाद भी जरूरतमंद छात्रों को दाखिला देकर उन्हे बेहतर अंक के लिए काबिल बनाया गया। चाहे कोराना काल का दौर हो या पालक की आर्थिक स्थिती मजबूत नहीं हो। इसके बाद भी एक नजर से ही सभी छात्रों को पढ़ाया गया।

क्लासेस में दाखिले शुरू, अभिभावक भी आए
बोर्ड छात्रों की इस सफलता का पूरा श्रेय उन्होंने श्री शनि ट्यूटोरियल की बेहतर प्लानिंग रही। इसके अलावा छात्रों की विषयों संबंधित मुश्किलों को आसान करते हुए उनके बेसिक स्तर को मजबूत किया गया। जोकि आज बच्चों की मेहनत का परिणाम सामने आया है। खैर क्लासेस में दाखिले शुरू हो गए है, इसलिए छात्र के साथ अभिभाव भी जरूर आए। जिससे यदि उनके मन में छात्रों की पढ़ाई आदि को लेकर मन में कोई प्रश्न है, उसका भी बेहतर समाधान किया जाएगा।

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