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हाथरस हादसा- सत्संग के बाद भगदड़, 116 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत

सत्संग करने वाले बाबा नारायण साकार विश्व हरि के दर्शन को उमड़ी भीड़ से बेकाबू हुए हालात

हाथरस । उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 116 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गई। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। इनमें अधिकतर हाथरस, एटा व कासगंज जिले के हैं। जान गंवाने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हादसे के बाद स्वयंभू बाबा भाग निकला। योगी ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। राज्य सरकार ने मरने वालों के स्वजन को दो-दो लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक मदद का एलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी मरने वालों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।


बाबा के दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी
एक दिवसीय प्रवचन के लिए सिकंदराराऊ से एटा रोड पर स्थित फुलरई गांव में करीब डेढ़ सौ बीघा जमीन में आयोजन किया गया था। मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम में करीब एक लाख लोगों के बैठने के व्यवस्था थी, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक करीब डेढ़ लाख पहुंच गए। सुबह 11 बजे भोले बाबा मंच पर आए। भीड़ अधिक होने के कारण शुरू से ही अव्यवस्था थी। पौने दो बजे आरती के साथ सत्संग समाप्त हुआ। भीड़ ने निकलना शुरू किया। इसी दौरान बाबा का काफिला भी निकला। बाबा के दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।

अस्पताल में जगह कम पड़ गई

काफिला निकालने के लिए एक तरफ से भीड़ रोकी तो बाबा के दर्शन के लिए धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी बीच भगदड़ मच गई। लोग हाईवे के निकट नाले और पानी भरे खेतों में गिर गए। सड़क और खेतों में नीचे गिरे लोगों को रौंदते हुए भीड़ निकलने लगी। किसी का मुंह, किसी का पैर और किसी का हाथ मिट्टी में दब गया। कार्यक्रम स्थल की दूसरी तरफ रोड से करीब छह फीट नीचे खेत की तरफ गड्ढे में कई लोग मिट्टी में दब गए। घायलों को समीप के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनकी संख्या इतनी अधिक है कि अस्पताल में जगह कम पड़ गई है।

अव्यवस्था ने भी छीन लीं सांसें

लोगों का आरोप था कि हादसे के डेढ़ घंटा बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस पर कुछ लोगों ने अधिकारियों का विरोध कर दिया। इसके चलते अधिकारियों को वहां से लौटना पड़ा। ज्यादातर अस्पताल में लोगों का कहना था कि वहां कोई डाक्टर नहीं है। सीएमओ नहीं आए। कोई सुनने वाला नहीं है। इसके चलते उनके सामने उन लोगों ने दम तोड़ दिया, जिनकी सांसें चल रही थीं।


अस्पतालों में अलर्ट, छुट्टियां रद

एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक जिस वक्त भगदड़ हुई अलीगढ़ मंडल के सभी जिलास्तरीय अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। एडी हेल्थ मोहन झा ने कहा कि अलीगढ़, हाथरस, कासगंज व एटा जनपद के सभी जिला अस्पतालों में घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। अवकाश पर गए चिकित्सक व विशेषज्ञों को तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के लिए कहा गया है। चारों जिलों में पोस्टमार्टम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मैं खुद घटनास्थल के लिए रवाना हो गया हूं।

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