-दवा स्टोर में रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल करने वाला एम्स होगा पहला अस्पताल

नई दिल्ली। चिकित्सा क्षेत्र में अब मरीजों के बेहतर उपचार और संक्रमण को रोकने के लिए आधुनिक नवाचार का सहारा लिया जा रहा है। जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) और रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ रहा है। वार्ड में भर्ती मरीजों के सेहत पर विशेष ध्यान रखने से लेकर उन्हे समय पर डाक्टर के माध्यम से लिखी दवाई मिले। इसके लिए रोबोट का सहारा लिया जा रहा है। जोकि जल्द हीअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली अपने स्टोर में दवाओं के भंडारण, वितरण और प्रबंधन के लिए स्वचालित रोबोटिक इन्वेंटरी सिस्टम लगाएगा।
देश का पहला सरकारी अस्पताल होगाइस पर कार्य शुरू हो गया है और उम्मीद है कि अगले वर्ष स्टोर स्वचालित रोबोटिक इन्वेंटरी सिस्टम से लैस हो जाएगा। एम्स के मीडिया डिविजन की प्रभारी डा. रीमा दादा ने बताया कि विभिन्न सेंटरों के लिए अलग-अलग मेडिकल स्टोर हैं। इन्हें केंद्रीयकृत किया जाएगा।इससे रोबोट के जरिये वार्ड में मरीजों को दवा पहुंचाई जाएगी। फिर भी कार्डियक न्यूरो सेंटर (सीएनसी) व कई ब्लाक के वार्ड में रोबोटिक सिस्टम व कंवेयर बेल्ट के जरिये दवा पहुंचाई जाएगी।दावा है कि एम्स इस तरह की सुविधा देने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल होगा।

करीब 15,000 मरीज इलाज के लिए पहुंचतेमालूम हो कि करीब साढ़े तीन हजार बेड की क्षमता वाले एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन करीब 15,000 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। करीब एक हजार नए मरीज भर्ती होते हैं। अस्पताल में 2,800 से 3,000 मरीज हमेशा भर्ती रहते हैं। एम्स के स्टोर में करीब 1,800 तरह की दवाएं खरीदी जाती हैं। विभिन्न वार्डों से प्रतिदिन दवा के लिए 250 मांग पत्र पहुंचता है।
निजी कंपनियों से आवेदन मांगेस्टोर में बड़े स्तर पर दवाओं की खरीद व वितरण होने से बहुत कागजी कार्रवाई व निगरानी की जरूरत होती है। मौजूदा समय में यह काम मैनुअली होता है। इससे भ्रष्टाचार और त्रुटि होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए एम्स ने रोबोटिक तकनीक का सहारा लेने की तैयारी की है और स्वचालित रोबोटिक इन्वेंटरी सिस्टम लगाने के लिए निजी कंपनियों से आवेदन मांगे हैं।
सिस्टम कैसे करेगा कामन्यू प्राइवेट वार्ड-तीन के बेसमेंट में दवा स्टोर बनाकर स्वचालित रोबोटिक इन्वेंटरी सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें रोबोटिक लिफ्ट होंगी, जो स्टोर में दवा रखने और वार्डों में दवा की आपूर्ति करने में मदद करेंगी। यह सिस्टम प्रतिदिन 250 आर्डर को पूरा कर सकेगा। दवा स्टोर व वार्ड में नर्सिंग स्टेशन पर एक डैशबोर्ड होगा। जहां दवा के स्टाक, मांग, आपूर्ति व लंबित मांग की जानकारी रियल टाइम में प्रदर्शित होगी। रोबोटिक सिस्टम के तहत कंवेयर बेल्ट के जरिये दवा पहुंचाने की व्यवस्था होगी। हर सेंटर में यह सुविधा कर पाना संभव नहीं है।