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अहमदाबाद: अधिक कमाने के चक्कर में सात लोगों का एंजियोप्लास्टी, दो की मौत

इस निजी अस्पताल पर सरकारी योजनाओं के नाम पर पहले भी लगे हैं धांधली करने के आरोप

  • घरवालों का आरोप- बिल बढ़ाने की जल्दबाजी में बिना बताए कर दी एंजियोप्लास्टी, स्टेंट भी डाल दिए
  • निशुल्क शिविर के बाद 19 ग्रामीण लाए गए थे अस्पताल, सभी की एंजियोग्राफी व सात की एंजियोप्लास्टी की

अहमदाबाद : जब किसी का स्वास्थ्य ठीक नहीं हो, तो उसे डाक्टर या अस्पताल लेकर जाकर उपचार लेने की बात कही जाती है, लेकिन सरकारी योजनाओं के नाम पर अधिक कमाई करने का एक कारनामा अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल का समाने आया है। जिसमें मृतकों के परिजनों का आरोप है कि बिल बढ़ाने के चक्कर में आकर आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना (पीएमजेएवाई) के अंतर्गत सात लोगों का एंजियोप्लास्टी कर दी। जिस में दो लाभार्थियों की एंजियोप्लास्टी के बाद मौत हो गई। जबकि पांच आइसीयू में भर्ती जहां पर उनकी अन्य की हालत गंभीर है। वहीं गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए तोड़फोड़ की। इस बीच गुजरात सरकार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि पीएमजेएवाई के तहत जरूरतमंद लोगों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया जाता है।

मरीजों को बिना बताए कर दी गई एंजियोप्लास्टी
ख्याति मल्टीस्पेशिएल्टी अस्पताल प्रशासन ने 10 नवंबर को मेहसाणा जिले के बोरीसणा गांव में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया था। इसके बाद 19 मरीजों को यह कहकर अहमदाबाद स्थित अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया था कि उनकी एंजियोग्राफी करनी पड़ेगी। अस्पताल पर आरोप है कि इन सभी मरीजों की एंजियोग्राफी की गई। यहीं नहीं, इनमें से सात मरीजों को बिना बताए उनकी एंजियोप्लास्टी भी कर दी गई। नागरभाई सेनमा (59) और महेश बारोट (45) की सोमवार को एंजियोप्लास्टी के साथ-साथ स्टेंट लगाने की प्रक्रिया के तुरंत बाद मौत हो गई जबकि पांच अन्य मरीजों को गंभीर हालत के चलते आइसीयू में भर्ती कराया गया। इसके बाद मरीजों के स्वजनों ने हंगामा करते हुए वार्ड में तोड़फोड़ की।

ख्याति अस्पताल पर 2022 में भी साणंद में इन 19 मरीजों के रिश्तेदारों ने सोमवार रात अस्पताल के बाहर बनाए गए एक वीडियो में आरोप लगाया कि अस्पताल ने जल्दबाजी में आपरेशन किया और सिर्फ आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुचित लाभ लेने के लिए सभी को अंधेरे में रखा। एक पीडि़त परिवार का आरोप है कि उनका मोबाइल भी अस्पताल प्रबंधन ने अपने पास रख लिया और सरकारी योजना के पंजीकरण व इलाज खर्च के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी। यही नहीं, अस्पताल प्रशासन ने घटना के बाद भी एक मरीज के स्वजनों से अलग से 25 हजार रुपये वसूल लिए। ख्याति अस्पताल पर 2022 में भी साणंद में ऐसे ही शिविर का आयोजन करने के बाद दो मरीजों की मौत का आरोप लगा था।अस्पताल का चैयरमेन कार्तिक पटेल एक नामी बिल्डर है
पूर्व उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने पीडितों के प्रति संवेदना जताते हुए पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों को सख् सजा दिलाने की मांग की। पटेल ने पीडितों से भी मुलाकात की। बताया जाता है कि अस्पताल का चैयरमेन कार्तिक पटेल एक नामी बिल्डर है और स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में उसने बड़ा निवेश किया हुआ है। इस समूह पर सरकारी योजनाओं के नाम पर रुपये हडपने के पहले भी आरोप लगे हैं।

चिकित्सक व अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई होगी ख्याति अस्पताल की घटना बहुत गंभीर है। उच्चस्तरीय जांच के लिए पीएमजेएवाई की धोखाधड़ी निरोधक इकाई को निर्देश दिया है। मेडिकल लापरवाही या धोखाधड़ी पाए जाने पर चिकित्सक व अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई होगी। घटना के मद्देनजर निजी अस्पतालों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविरों के आयोजन को लेकर जल्द एक एसओपी जारी की जाएगी। ऋषिकेश पटेल, स्वास्थ्य मंत्री गुजरात

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