नई दिल्ली, ईएसआइ लाभार्थियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने शुक्रवार को कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) के लाभार्थियों को समग्र स्वास्थ्य सेवा का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एलोपैथिक और आयुष (आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) दोनों उपचार पद्धतियों का बेहतर लाभ उपलब्ध कराने की घोषणा की। इस नए फैसले से बड़ी संख्या में ईएसआइ लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। ईएसआइसी मुख्यालय में आयोजित उप-समिति की 20वीं बैठक में मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि आयुष चिकित्सा पद्धति दुनियाभर में लोकप्रिय हो रही है।
193वीं बैठक में मंजूरी दी गई थी
श्रम एवं रोजगार सचिव तथा आयुर्वेद पर उपसमिति की अध्यक्ष सुमिता डावरा ने बैठक में कहा, आयुष प्रणालियां ईएसआइ लाभार्थियों के समग्र स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। बैठक में आयुष-2023 पर नई ईएसआइ नीति के कार्यान्वयन पर भी ध्यान केंद्रित किया गया, जिसे अक्टूबर में ईएसआइ निगम की 193वीं बैठक में मंजूरी दी गई थी। डावरा ने ईएसआइ लाभार्थियों के सर्वोत्तम हितों में नीति के त्वरित, निर्बाध और सार्थक कार्यान्वयन के भी निर्देश दिए।