-अमेरिका में चल रहा था इलाज, एक महीने पहले ही लौटे थे भारत, अगले महीने थी जन्मतिथि
नई दिल्ली। पहली पीढ़ी के उद्यमी शशिकांत रुइया का लंबी बीमारी के बाद सोमवार देर रात मुंबई में 11.55 बजे निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी मंजू और दो बेटे प्रशांत और अंशुमान हैं। उनका अमेरिका में इलाज चल रहा था और वह एक महीने पहले ही भारत लौटे थे। एस्सार समूह (Essar Group) के सह-संस्थापक (Co-founder) शशि रुइया (Shashi Ruia) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि रुइया, जिन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर धातु (Metal) से लेकर प्रौद्योगिकी (Technology) क्षेत्र की कंपनी एस्सार की स्थापना की थी। शशि रुइया पारिवारिक एकता में विश्वास रखते थे। यह सिद्धांत रुइया परिवार में गहराई से समाया हुआ है। अंबानी, हिंदुजा, गोदरेज जैसे परिवारों के मुकाबले रुइया में परिवार में बिजनेस को लेकर मतभेद नहीं हुए। परिवार की तीसरी पीढ़ी भी एक साथ मिलकर मुंबई, दिल्ली और लंदन से कारोबार कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ‘शशिकांत रुइया के दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यापार परिदृश्य को बदल दिया। उन्होंने नवाचार और विकास के उच्च मानक भी स्थापित किए। वे हमेशा इस बात की चर्चा करते थे कि हम अपने देश को बेहतर कैसे बना सकते हैं। उनका निधन बेहद दुखद है। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ओम शांति।
भाई रवि ने 1969 में एस्सार समूह की नींव रखी थी
1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपना करियर शुरू करने वाले शशि और उनके भाई रवि ने 1969 में एस्सार समूह की नींव रखी थी। सबसे पहले उन्हें मद्रास पोर्ट ट्रस्ट से 2.5 करोड़ रुपये का आर्डर मिला। शुरुआती वर्षों में, एस्सार ने निर्माण और इंजीनियरिंग परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया और कई पुल, बांध और बिजली संयंत्र का निर्माण किया। 1980 के दशक में, एस्सार ने तेल और गैस परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के साथ ऊर्जा क्षेत्र में कदम रखा। एक दशक बाद, यह स्टील और दूरसंचार क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कंपनी बन गई। इस दौरान समूह ने गुजरात में एक बड़ा स्टील प्लांट स्थापित किया और हचिसन के साथ संयुक्त उद्यम में भारत का दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार आपरेटर बन गया।
स्टील प्लांट आर्सेलर मित्तल को बेचना पड़ा
बाद में समूह कुछ परेशानियों में घिरा तो इसने तेल रिफाइनरी रूस की रोसनेफ्ट के नेतृत्व वाले एक समूह को बेच दी और दूरसंचार व्यवसाय से भी बाहर निकल गए। वहीं बकाया ऋण वसूलने के लिए दिवालिया कार्यवाही शुरू होने पर इसने स्टील प्लांट आर्सेलर मित्तल को बेचना पड़ा। रुइया बंधुओं द्वारा स्थापित व्यवसायों की देखरेख करने वाले एस्सार ग्लोबल फंड लिमिटेड बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, धातु और खनन, प्रौद्योगिकी और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में परिसंपत्तियों का प्रबंधन करता है। एस्सार समूह की वेबसाइट के अनुसार, इन कंपनियों को संयुक्त राजस्व 14 अरब डालर के लगभग है।
स्रोत -टेबल ट्री टाइम्स नाउ, कंटेट इंटरनेट