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ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए किया जा रहा है युक्तियुक्तकरण: कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह

-ग्रामीण क्षेत्रों में गणित, रसायन, भौतिकी और जीव विज्ञान जैसे विषयों के विषय-विशेषज्ञ उपलब्ध होंगे

रायपुर।राज्य में शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। जोकि शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत है। वहीं शुक्रवार को रायपुर कलेक्टर डा. गौरव सिंह इन सभी विषयों को लेकर बैठक ली। जिसमें उन्होंने कहा है कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के लिए युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया अपनाई जा रही है। इससे जिन शालाओं में शिक्षक की जरूरत है, वहां शिक्षक उपलब्ध होंगे।

शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित हो रही
नगरीय इलाकों में छात्रों की तुलना अधिक शिक्षक पदस्थ हैं, जबकि ग्रामीण और दूरस्थ अंचलों की शालाओं में स्थिति इसके विपरीत है। वहां शिक्षकों की कमी है, जिसके चलते शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैैं। इस स्थिति को सुधारने के उद्देश्य ही राज्य सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण का कदम उठाया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को मिलेगी बेहतर शिक्षा
डॉ गौरव कहा कि इस प्रक्रिया से ग्रामीण क्षेत्रों में गणित, रसायन, भौतिकी और जीव विज्ञान जैसे विषयों के विषय-विशेषज्ञ उपलब्ध होंगे। बच्चों को अच्छी शिक्षा, बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। छात्र-शिक्षक अनुपात स्कूलों में संतुलित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

जिले में चार विद्यालयों का हो रहा समायोजन
कलेक्टर डा. सिंह ने बताया कि रायपुर जिले में 04 विद्यालयों का समायोजन हो रहा है। जिसमें एक अभनपुर और तीन रायपुर नगर के स्कूल शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्र में वह स्कूल जो जिनके अगल-बगल एक किलोमीटर की परिधि में दूसरा स्कूल था और बच्चों की संख्या 10 से कम थी। वहीं नगरीय क्षेत्र में 500 मीटर के भीतर दूसरा स्कूल था और बच्चों की संख्या 30 से कम थी। ऐसे चार विद्यालयों का यहां समायोजन दूसरे विद्यालय में किया गया है । बाकी 38 5 विद्यालयों को एक ही परिसर में जो प्राइमरी स्कूल या मिडिल स्कूल थे। उनको एक विद्यालय के रूप में क्लस्टर विद्यालय के रूप में विकसित किया गया है।
अब 1033 स्कूलों में पूरे स्कूलों की होगी व्यवस्था
डॉ सिंह ने कहा कि 1422 अलग-अलग स्कूल थे। इस प्रक्रिया के बाद अब 1033 स्कूलों के रूप में पूरे स्कूलों की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि रायपुर जिले में अतिशेष शिक्षकों की संख्या 1013 है, जिनमें व्याख्याता 127, मिडिल स्कूल के 237 और सहायक शिक्षक 645 शामिल है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन उपस्थित थे।

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