डेस्क। छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित दंतेवाड़ा जिला नक्सली वारदातों के लिए सुर्खियों में बना रहता था। इस क्षेत्र में नक्सली सिमटने लगे तो बदलाव की/बयार भी बहने लगी है। इस क्षेत्र में मानदेशी फाउंडेशन के सहयोग से सचिन तेंदुलकर 50 खेल मैदानों का निर्माण करवा रहे हैं।
एक मैदान तैयार करने खर्च आएगा तीन लाख:
एक मैदान तैयार करने में करीब 3 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। खिलाड़ियों की इन नर्सरियों में खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए उम्दा सुविधाएं मुहैया कराने की तैयारी है। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारना है, बल्कि ग्रामीण अंचल में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक समावेश को भी बढ़ावा देना है। सचिन तेंदुलकर का मानना है कि खेल जीवन को अनुशासित बनाते हैं और युवाओं में नेतृत्व क्षमता, टीम वर्क और आत्मविश्वास जैसे गुणों को विकसित करते हैं।
इन खेलों के लिए सुविधाएं
इन मैदानों में क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो, एथलेटिक्स, वॉलीबॉल, लंबी कूद, शॉर्टपुट, डिस्कस थ्रो, जंगल जिम, स्लैक लाइन जैसे खेलों के लिए स्थानीय खिलाड़ियों को तैयार किया जाएगा। खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के लिए कोच की नियुक्ति की जाएगी और समय-समय पर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी।
मैदान कप में दिखाएंगे कौशल
खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए मैदान कप का आयोजन भी किया जा रहा है। इसमें 10 हजार बच्चे भाग लेंगे, जिनमें 40 प्रतिशत बालिकाएं होंगी। बच्चे फुटबाल, क्रिकेट, कबड्डी और दौड़ में हिस्सा लेंगे। इस पहल का उद्देश्य नक्सल इलाके के बच्चों को खेलों के जरिए मंच देना, उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और आपराधिक माहौल से दूर रखना है।