ग्रामीण पशु चिकित्सा सेवाओं में बढ़ेगी नारी भागीदारी, 25 पशु सखियां होंगी प्रशिक्षित
रायपुर। राजधानी के कृषि विज्ञान केंद्र में 16 दिवसीय पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस प्रशिक्षण में 25 पशु सखियों को सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक ज्ञान प्रदान किया जाएगा। वहीं रायपुर जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार बिश्वरंजन ने कहा कि पशु सखियों को प्रशिक्षण का पूरा लाभ उठाने के लिए इतना ज्ञान अर्जित करें कि ग्रामीण छोटी बीमारियों के लिए आप पर ही भरोसा करें। जिससे वे गांवो में पशु स्वास्थ्य सेवाओं में एक सशक्त भूमिका निभा सकें।

पशु सखियों को दक्ष बनाना है
कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख डॉ. गौतम रॉय के उद्बोधन से हुआ। उन्होंने कार्यक्रम की जानकारी एक वीडियो प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दी। प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर छोटी बीमारियों के प्राथमिक उपचार, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान जैसे कार्यों में पशु सखियों को दक्ष बनाना है, ताकि वे पशु चिकित्सा विभाग और ग्रामीण समुदाय के बीच सेतु का कार्य कर सकें।
पशु स्वास्थ्य के प्रति बढ़ेगी जागरूकता
साथ ही, वे पशुओं के पोषण व देखभाल की जानकारी देकर गांवो में पशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ा सकेंगी। कृषि महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. आरती गुहे ने नारी शक्ति को ग्रामीण बदलाव का आधार बताते हुए पशु सखियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर डॉ. विक्रम पाठक, जिला पंचायत रायपुर से नीलेश सिंह बघेल, डॉ. स्वाति पारधी, डॉ. प्रेम शंकर तिवारी, और डॉ. राजेश अग्रवाल समेत कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर के विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
