-कथा व्यास पं श्यामजी: नागपंचमी पर नागदेवता की पूजा का है विधान

रायपुर। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार नाग पंचमी 29 जुलाई मंगलवार को शिव और प्रजापति योग में मनाई जाएगी। यह योग अपने आप में बहुत शुभ है और सभी के लिए कल्याणकारी माना जाता है। इस संबंध में कथा व्यास पं श्यामजी ने बताया कि नागपंचमी के मौके पर शिव, सिद्ध, प्रजापति और सौम्य नाम के शुभ योग बनेंगे। इतने सारे शुभ योग होने से नागपंचमी पर्व का महत्व और भी बढ़ जाएगा। इस दिन किए गए उपाय व पूजा से बहुत जल्दी फल मिलेगा।
जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े आदि का दान करें
कथा व्यास पं श्यामजी कहते हैं कि नागपंचमी पर नागदेवता की पूजा का विधान है। मंदिर में जाकर नागदेवता को दूध चढ़ाएं, फल-फूल आदि चीजें भी चढ़ाएं। जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े आदि का दान करें। इससे आपको नागदेवता का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
वैदिक पंचांग के अनुसार यह शुभतिथि
उन्होंने बताया कि वैदिक पंचांग के अनुसार सावन शुक्ल पंचमी तिथि इस साल 28 जुलाई की रात 11:23 बजे आरंभ होकर 29 जुलाई की रात 12:45 बजे तक चलेगी। इस आधार पर नाग पंचमी का पर्व मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को मनाया जाएगा। श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 05:41 से 08:23 बजे तक रहेगा यानी भक्तों को पूजा के लिए पूरे 02 घण्टे 43 मिनट का समय मिलेगा। इसी प्रकार से सुबह 09:16 से दोपहर 12:33 बजे तक। इसी क्रम में दोपहर 12:33 से 02:11 बजे तक। इसके बाद दोपहर 03:49 से शाम 05:28 बजे तक।
आराधना करने से सुख- समृद्धि की प्राप्ति
कथा व्यास पं श्यामजी ने कहा कि नाग पचंमी पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन कालसर्प दोष की शांति के लिए शिव पूजन करने का विधान है। नाग पंचमी के दिन सांपों की पूजा करने से परिवार को सांपों के डर से मुक्ति मिलती है। इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या धन का दान करने से भी शुभ फल प्राप्त होते हैं।
नागपंचमी पर बहुत अच्छी जानकारी।
thanks राजकुमार धर द्विवेदी ji