इससे प्रदेश भर में आयुष्मान कार्डधारी मरीजों का इलाज अब पहले की तरह जारी रहेगा
रायपुर। प्रदेश के लाखों मरीजों के लिए राहतभरी खबर है। आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज पर रोक लगाने की चेतावनी देने वाले निजी अस्पतालों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है। सरकार ने निजी अस्पतालों के लंबित भुगतान की पहली किस्त के रूप में 375 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। इससे प्रदेश भर में आयुष्मान कार्डधारी मरीजों का इलाज अब पहले की तरह जारी रहेगा। अब लाखों कार्डधारी मरीजों और अस्पताल संचालकों को बड़ी राहत मिली है।

एक सितंबर से इलाज बंद करने की दी थी चेतावनी
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पिछले सात महीनों से निजी अस्पतालों को करीब 750 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित था। इससे नाराज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और निजी अस्पताल संचालकों ने 1 सितंबर से आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज बंद करने की चेतावनी दी थी। यह मामला गंभीर होता देख स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लंबित भुगतान की प्रक्रिया शुरू की।

खातों में भुगतान की प्रक्रिया शुरू
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2025-26 में योजना के लिए प्रावधानित राशि में से 375 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है। वित्त विभाग द्वारा विमुक्ति आदेश जारी होते ही अस्पतालों के खातों में भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने दी भरोसे की गारंटी
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस संबंध में बयान देते हुए कहा,शासन आम नागरिकों के स्वास्थ्य अधिकारों के प्रति पूरी तरह सजग है। मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। निजी अस्पतालों को उनकी शेष बकाया राशि का भी शीघ्र भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं राज्य की प्राथमिकता में हैं और आमजन को इलाज में कोई बाधा न हो, इसके लिए शासन प्रतिबद्ध है। अब उम्मीद की जा रही है कि निजी अस्पताल बिना किसी रुकावट के योजना के तहत मरीजों का इलाज करते रहेंगे।







