12वीं के बाद किसी भी उम्र में कर सकते हैं सीएस की पढ़ाई, 70 साल के बुजुर्ग को भी मिलेगा मौका
रायपुर । इंस्टीट्यूट आफ कंपनी सेक्रेटरीज आफ इंडिया (आइसीएसआइ) की ओर से रविवार को राज्य स्तरीय कान्फ्रेंस वीआइपी रोड स्थित एक होटल में हुआ। इंस्टीट्यूट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. नरसिम्हन ने बताया कि उद्योगों में लगातार कंपनी सचिव की मांग बढ़ रही है। कंपनी के कानूनी प्रबंधन का काम कंपनी सचिव (सीएस) का होता है। सीएस, चार्टर्ड एकाउंटेंट से अलग हैं। बी. नरसिम्हन ने बताया कि कंपनी सचिव का कोर्स अग्नीवीर युवाओं के लिए बिल्कुल निश्शुल्क है। अग्नीवीर से सेवानिवृति के बाद युवा कंपनी सचिव की पढ़ाई निश्शुल्क कर सकते हैं। इसके साथ ही बलिदानी सैनिक परिवार के सदस्य और पूर्व सैनिक के परिवार भी निश्शुल्क कोर्स कर सकते हैं। यह कोर्स 18 साल के युवा से लेकर 70 साल के बुजुर्ग भी कर सकते हैं।
कमल विहार में बनेगा रायपुर ब्रांच का एडीआर सेंटर :
बी. नरसिम्हन ने बताया कि आइसीएसआइ हर पांच साल में कोर्स का रिव्यू कराता है और उसमें नए कोर्सेस जोड़ता है। 2022 में पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जोड़ा गया है। फाउंडेशन के कोर्स का यह आखिरी साल है। इसका भी रिव्यू किया जाना है और नए विषय जोड़े जाएंगे। आइसीएसआइ के रायपुर ब्रांच बहुत छोटा है। इसके विस्तार के लिए हम कमल विहार में बिल्डिंग बनाने जा रहे हैं। यहां अल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजुलेशन (एडीआर) सेंटर भी होगा, जिससे छात्र और सदस्यों को लाभ होगा। 2025 में सेंटर बन जाने की संभावना है।
भविष्य में रहेगी सीएस की मांग :
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धनंजय शुक्ला ने बताया कि एक समय कंपनी सचिव की परीक्षा पास करने वाले मात्र दो प्रतिशत थे, जो अब 18 से 20 के आसपास है। आने वाले सालों में हम इसे 25 प्रतिशत तक ले जाना चाहते हैं। क्योंकि प्रत्येक लिस्टेड कंपनी में सीएस का होना जरूरी है। इसलिए भविष्य में यह कोर्स की काफी मांग रहेगी। 12वीं के दौरान ही कोई भी छात्र सीएस फाउंडेशन की परीक्षा दे सकता है।