केंद्रीय सड़क निधि में 1383 करोड़ के कार्यों के स्वीकृति का किया अनुरोध
रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य से अयोध्या के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग की कनेक्टिविटी बढ़ाने का केंद्र सरकार को प्रस्ताव दिया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गुरुवार को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उनके निवास पर मुलाकात की। बैठक में राज्य में चल रही सड़क परियोजनाओं पर चर्चा की। आदिवासी क्षेत्रों व अयोध्या तक सीधी कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। मुख्यमंत्री साय ने रायगढ़-धरमजयगढ़-मैनपाट-अंबिकापुर-उत्तरप्रदेश सीमा तक कुल 282 किमी तक के मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की।
नक्सल गतिविधियों में कमी आएगी
साय ने बताया यह मार्ग प्रदेश के चार जिलों से होकर गुजरता है और धार्मिक नगरी अयोध्या से छत्तीसगढ़ राज्य को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। इसी तरह कवर्धा-राजनांदगांव-भानुप्रतापपुर-अंतागढ़-नारायणपुर-गीदम-दंतेवाड़ा-सुकमा मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने बताया यह कुल 482 किमी लंबा राज्य के कुल छह राष्ट्रीय राजमार्गों और पांच जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला अति महत्वपूर्ण मार्ग है। इस मार्ग के निर्माण से बस्तर का नक्सल प्रभावित क्षेत्र मुख्यमार्ग से जुड़ेगा और नक्सल गतिविधियों में कमी आएगी।
1383 करोड़ के 13 कार्यों के प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे गए
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय सड़क निधि के अंतर्गत 1383 करोड़ के 13 कार्यों के प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे गए हैं। उन्होंने प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत करने का अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। केंद्रीय मंत्री गडकरी से हुई चर्चा के दौरान उप मुख्यमंत्री अरुण साव , वित्त मंत्री ओपी चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद, राहुल भगत, लोक निर्माण विभाग के सचिव डा. कमलप्रीत सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। मुलाक़ात के दौरान मुख्यमंत्री साय ने रायपुर में नवंबर में होने वाले इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री को आमंत्रित भी दिया। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने छत्तीसगढ़ में राजमार्गों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रस्तावों पर जल्द से जल्द सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया है।
इस मार्गों को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग
रायपुर से जुड़ी सड़कें: मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि रायपुर शहर से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं। एनएच 130बी से 53 को जोड़ने वाले मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा यह मार्ग एनएच घोषित होने से रायपुर शहर की रिंग रोड पूर्ण रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग हो जाएगी।
रतनपुर-बलौदाबाजार व अन्य मार्ग : रतनपुर-लोरमी-मुंगेली-नांदघाट-भाटापारा-बलौदाबाजार मार्ग, केंवची-पेंड्रारोड-पसान-कटघोरा मार्ग, मुंगेली-नवागढ़-बेमेतरा-धमधा-दुर्ग-झलमला मार्ग, राजनांदगांव-मोहला-मानपुर मार्ग, पंडरिया-बजाग-गाड़ासरई मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री ने रखा है।
यहां चौड़ीकरण का प्रस्ताव: मुख्यमंत्री साय ने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 में कटघोरा से अंबिकापुर तक फोर लेन चौड़ीकरण करने और एनएच क्रमांक 53 पर टाटीबंध से तेलीबांधा तक सुरक्षित यातायात की दृष्टि से सरोना चौक, उद्योग भवन, और तेलीबांधा चौक पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण की आवश्यकता बताई है।
इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग के वार्षिक योजना 2024-25 में एनएच 30 धमतरी से जगदलपुर व एनएच 130बी में रायपुर-बलौदाबाजार-सारंगढ़ मार्ग फोर लेन करने का प्रस्ताव रखा है। वहीं, रायपुर-दुर्ग एनएच 53 के दो जंक्शन सिरसा गेट व खुर्सीपार जंक्शन पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण के स्वीकृति का आग्रह किया है।