अवैध कब्जा हटाने से लेकर अवैध निर्माण तोड़ने जैसे कार्यों में दमदारी से निभाई सहभागिता
रायपुर। नगर निगम के माध्यम से अतिक्रमण हटाओ अभियान में टीम प्रहरी के तहत महिलाओं को शामिल करने का फैसला सफल रहा है। दो माह के ट्रायल अवधी में शानदार प्रदर्शन करने वाली 20 महिलाओं को अब पूरे एक साल तक अभियान का हिस्सा बनाया जाएगा। इन महिलाओं ने अवैध कब्जा हटाने से लेकर अवैध निर्माण तोड़ने जैसे कार्यों में दमदारी से सहभागिता निभाई, जिससे निगम का यह प्रयोग मिसाल बन गया है।

मिले सुझाव के बाद कलेक्टर ने उठाया था कदम
नगर निवेशक आभाष मिश्रा ने बताया कि महिलाओं की भागीदारी से अभियान में सकारात्मक बदलाव आया है। यह कदम जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, क्षेत्रीय सांसद, विधायक और निगम अधिकारियों की बैठक में आए सुझाव के बाद निगम में उठाया गया था। बैठक में सुझाव मिला था कि अतिक्रमण हटाने जैसे अभियान में महिलाओं को भी शामिल किया जाए, जिससे बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
कार्यशैली ने अधिकारियों को किया प्रभावित
इस दौरान महिलाओं ने शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर ठेला-गुमटी हटाने, अवैध कब्जा हटाने और तोड़फोड़ कार्रवाई में बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह पहला मौका है जब ‘टीम प्रहरीÓ में महिलाओं को शामिल किया गया और उनके प्रदर्शन के बाद निगम ने यह फैसला लिया कि इन्हें लंबे समय तक साथ रखा जाए।
‘नारी शक्ति की एक नई पहचान बन रही
इससे पहले भी निगम ने डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के बदले यूजर चार्ज वसूली में महिलाओं को मौका दिया था, जिसमें शुरुआत में अच्छा रिस्पांस मिला था। हालांकि बाद में यह कार्य ऑनलाइन सिस्टम से जोड़ दिए जाने के कारण बंद कर दिया गया था। महिलाओं की सक्रिय भागीदारी अब रायपुर में ‘नारी शक्तिÓ की एक नई पहचान बन रही है, जो शहर को स्वच्छ और अतिक्रमण मुक्त बनाने में निर्णायक भूमिका निभा रही है।
