राजनीति, समाजसेवा और प्रतिष्ठित हस्तियों ने जाग्रति मंडल पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की
रायपुर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री शांताराम सराफ को अंतिम विदाई देने शनिवार को जनसैलाब उमड़ पड़ा। मध्यप्रदेश के सागर से लेकर संघ के मध्यक्षेत्र प्रचार व संपर्क प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों को निभा चुके श्री सराफ का पार्थिव शरीर रायपुर स्थित संघ के प्रदेश कार्यालय जाग्रति मंडल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।

राजनीति, समाजसेवा और विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियों ने जाग्रति मंडल पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक डॉ. टोपलाल वर्मा सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उनके पार्थिव शरीर को कंधा देकर अंतिम यात्रा में भाग लिया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने श्री शांताराम को पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
श्री शांताराम सराफ का अंतिम संस्कार मुंगेली जिले के मदकूद्वीप स्थित श्री हरिहर क्षेत्र में पूरे वैदिक विधि-विधान और हिन्दू रीति-रिवाजों के साथ सम्पन्न हुआ।
इस दौरान संघ के स्वयंसेवकों और उपस्थित जनसमूह की आंखें नम थीं। अनेक कार्यकर्ता अश्रुपूरित नेत्रों से अपने प्रिय प्रचारक को अंतिम विदाई देते हुए देखे गए।
श्री शांताराम के सेवाभाव, अनुशासन और सादगीपूर्ण जीवन को याद करते हुए लोगों ने उन्हें सच्चा राष्ट्रसेवक बताया।
“वे सदैव अभिभावक की तरह स्नेह और मार्गदर्शन देते रहे” – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्रद्धेय श्री शांताराम सराफ को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका मेरे साथ गहरा आत्मीय और पारिवारिक संबंध था। वे न केवल एक संगठनात्मक मार्गदर्शक थे, बल्कि एक अभिभावक के रूप में सदैव स्नेह और प्रेरणा देते रहे।मुख्यमंत्री साय ने कहा, “श्री शांताराम जी का निधन केवल संघ परिवार, समाज और प्रदेश के लिए ही नहीं, बल्कि मेरे लिए भी एक गहरी व्यक्तिगत क्षति है। उनका जीवन अनुशासन, सेवा और समर्पण का प्रतीक रहा है।”उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और उनके असंख्य अनुयायियों, परिजनों व शुभचिंतकों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।


“अपनी विनम्रता व जीवन मूल्यों से सभी के आदर्श बने” – डॉ. रमन सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि शांताराम जी हमारे लिए पिता समान थे। मदकूदीप को पुनर्जीवित कर राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया। उनका स्नेह, मार्गदर्शन और आदर्शपूर्ण जीवन सभी के लिए प्रेरणा रहेगा। उनके निधन से प्रदेश शोकाकुल है।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव, कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम, टंकराम वर्मा, गजेंद्र यादव, गुरु खुशवंत साहेब, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे, विधायक अनुज शर्मा एवं मोतीलाल साहू, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा, कृषि कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष चंद्रहास चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक एवं आमजन उपस्थित थे।

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