–महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा-रोजगार सृजन के लिए सरकारी योजनाओं का इस्तेमाल करे निजी क्षेत्र
-यह सामूहिक जिम्मेदारी है और भारतीय निजी क्षेत्र ने हमेशा राष्ट्र निर्माण में सरकार के साथ भागीदारी की
नई दिल्ली। महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने बुधवार को कहा कि भारत के निजी क्षेत्र को अगले दशक में देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार की हाल में घोषित योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए। इनमें सबसे पहले रोजगार के लिए नई नौकरियां सृजित करना और नई नियुक्तियां शामिल है। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एमएंडएम) की वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए उन्होंने दोहराया कि वृद्धि और समृद्धि रोजगार सृजन से प्रेरित होनी चाहिए। यह निजी क्षेत्र और सरकार की सामूहिक जिम्मेदारी है तथा रोजगार सृजन के लिए व्यापक प्रयास आवश्यक है।
वैश्विक सप्लाई चेन के पुनर्गठन से फायदा मिला है
उन्होंने कहा कि रोजगार तथा कौशल बढ़ाना प्रमुख राष्ट्रीय प्राथमिकताएं हैं, जिस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने 2024-25 बजट भाषण में जोर दिया है। महिंद्रा ने कहा, ‘भारत को वैश्विक महामारी के बाद दुनिया में वैश्विक सप्लाई चेन के पुनर्गठन से फायदा मिला है। हमारी वृद्धि तथा समृद्धि को रोजगार सृजन द्वारा संचालित किया जाना चाहिए। यह एक सामूहिक जिम्मेदारी है और भारतीय निजी क्षेत्र ने हमेशा राष्ट्र निर्माण में सरकार के साथ भागीदारी की है।’
नई नौकरियों का सृजन करना चाहिए
उन्होंने कहा, ‘हमारे जनसांख्यिकीय लाभांश का फायदा उठाने के लिए आवश्यक रोजगार सृजन हेतु व्यापक प्रयास जरूरी हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अगले दशक में हमारी अर्थव्यवस्था को सही मायने में गति देने के लिए, निजी क्षेत्र को इन योजनाओं का इस्तेमाल करना चाहिए। नई नौकरियों का सृजन करना चाहिए, जिससे अर्थव्यवस्था पर प्रत्यक्ष तथा गुणात्मक प्रभाव के जरिये सकारात्मक असर पड़ेगा।’ उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में एमएंडएम की 37,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।