मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुंबई में आयोजित सीएमएआई फैब शो 2025 में हुए शामिल
मुंबई, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज मुंबई के बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर में आयोजित सीएमएआई फैब शो 2025 में भाग लेकर राज्य में वस्त्र एवं परिधान क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर जोर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने निवेशकों और टेक्सटाइल क्षेत्र से जुड़े उद्योगपतियों से संवाद कर छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा हमने वस्त्र उद्योग क्षेत्र में निवेश के नए द्वार खोले हैं। इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार ने सीएमएआई (क्लोदिंग मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के साथ एमओयू भी साइन किया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ ने वस्त्र, गारमेंट और हैंडलूम सेक्टर में एक उभरता हुआ केंद्र बनने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

(सीएमएआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिससे राज्य को वस्त्र, गारमेंट और हैंडलूम सेक्टर में एक उभरता हुआ केंद्र बनने की दिशा में कदम बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ ने हाल ही में नवा रायपुर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन (निफ्ट) की स्थापना को मंजूरी दी है, जो वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने में सहायक होगा। उन्होंने चांपा की कोसा साड़ियों की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सीएमएआई के साथ एमओयू और निफ्ट की स्थापना से इन्हें ब्रांडिंग और प्रमोशन में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति तकनीक और कौशल विकास के लिए सुविधाएं प्रदान करती है, जिससे उसकी टेक्सटाइल सेक्टर में एमएसएमई को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार 1000 से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार देने वाले उद्यमों को विशेष अनुदान प्रदान कर रही है।
इसके अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ की लोकेशन और बेहतर कनेक्टिविटी को उद्योगों के लिए लाभदायक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रायपुर एयरपोर्ट में कार्गो सुविधा और नई रेल परियोजनाएं व्यापार के लिए नए अवसरों की सृजन करेंगी।
सीएमएआई के साथ एमओयू
मुख्यमंत्री ने शिक्षण संस्थानों में टेक्नालॉजी और इनोवेशन पर आधारित एडवांस कोर्स की उपलब्धता की जानकारी देते हुए कहा कि इससे टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए प्रशिक्षित युवा तैयार हो रहे हैं, जो इस क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करेंगे।
इस कार्यक्रम में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया, जो छत्तीसगढ़ के टेक्सटाइल क्षेत्र को विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।