प्रयागराज। मौनी अमावस्या हर कोई भक्तिभाव में रमा रहा। अमृत स्नान की पुण्य बेला में प्रमुख धर्मगुरुओं ने स्नान किया। शंकराचार्यों सहित प्रमुख संतों ने गंगा और संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाई। पुरी पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने गंगा में स्नान किया। शृंगेरी शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी विधुशेखर भारती, द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती और जगदगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाकर अमृत स्नान किया।
इस दौरान श्रीधरानंद ब्रह्मचारी, मुकुंदानंद आदि मौजूद रहे। जगदगुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने शिष्यों और नागा संन्यासियों के साथ संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाई। जगदगुरु स्वामी महेशाश्रम, अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम, अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के अध्यक्ष स्वामी ब्रह्माश्रम के नेतृत्व में दंडी संन्यासी ने गंगा के पवित्र जल में स्नान करके जनकल्याण के लिए पूजन किया।