18 लाख रुपये का रिकॉर्ड संग्रह, सैन्य परिवारों के प्रति गहरी संवेदनशीलता
रायपुर। सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष के लिए इस वर्ष सबसे अधिक धनराशि जुटाने वाले जिले के रूप में रायपुर ने राज्य में पहला स्थान हासिल किया है। राज्यपाल रमेन डेका ने कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह को 18 लाख रुपये के रिकॉर्ड संग्रह के लिए सम्मानित किया। राज्यपाल ने कहा कि यह उपलब्धि नागरिकों की देशभक्ति और सैन्य परिवारों के प्रति गहरी संवेदनशीलता को दर्शाती है। जिले की यह सफलता झंडा दिवस अभियान को नई ऊर्जा देने वाली मानी जा रही है।

7 दिसंबर को झंडा दिवस मनाया जाता है
हर वर्ष 7 दिसंबर को देश में सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य सैनिकों के त्याग को स्मरण करना और उनके कल्याण के लिए सहयोग जुटाना है। स्वतंत्रता के बाद से यह दिवस सैनिकों, शहीदों के परिजनों और सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों के हितों को सुदृढ़ करने की परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
झंडा दिवस कोष का उपयोग मुख्यत: उन परिवारों की सहायता में किया जाता है, जिन्होंने युद्ध या सैन्य कार्रवाई में अपने परिजन खोए हैं। इसके साथ ही वर्तमान में सेवारत जवानों के कल्याणकारी कार्यों और सेवानिवृत्त सैनिकों व उनके परिवारों को सहयोग भी इसी कोष से प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर नागरिकों के बीच सशस्त्र बलों का प्रतीक दर्शाने वाले छोटे झंडे वितरित किए जाते हैं, जिनके लाल रंग से थलसेना, गहरे नीले रंग से नौसेना और हल्के नीले रंग से वायुसेना
का प्रतिनिधित्व होता है।






