117 करोड़ से ज्यादा की लागत के तीन पुलों का उद्घाटन रिंग रोड क्रमांक-2 पर बनाए जाएंगे तीन ओवरपास
रायपुर। रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के रहवासियों को सोमवार को बड़ी राहत मिली है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने शहर के तीन प्रमुख स्थलों पर तीन नए ओवरपास का शिलान्यास किया। लोक निर्माण विभाग रिंग रोड क्रमांक-2 पर तीन ओवरपास बनाएगा।

इसमें जरवाय मार्ग में बंगाली होटल के पास 23 करोड़ 8 9 लाख 49 हजार रुपए, हीरापुर चौक में 49 करोड़ 40 लाख दस हजार रुपए तथा सरोरा चौक पर रिलायंस पेट्रोल पंप के पास 43 करोड़ 76 लाख 48 हजार रुपए की लागत से तीन वृहद पुलों का निर्माण किया जाएगा।
इन क्षेत्रों में रहने वाले लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही ठक्कर बापा वार्ड में 19.6 0 करोड़ पानी टंकी और दानवीर भामाशाह वार्ड, शुक्रवारी बाजार में 3.37 करोड़ रुपए की लागत से बने नए शाला भवन का भी भूमिपूजन किया गया।
कम होगी यातायात की समस्या
उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि इन ओवरपास का निर्माण राजधानी में बढ़ती जनसंख्या और यातायात के दबाव को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा इन पुलों के बनने से न केवल यातायात की समस्या कम होगी, बल्कि नागरिकों को समय की बचत और रोजमर्रा की यात्रा में सुविधा भी मिलेगी। यह क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित मांगों में से एक थी और आज हम इसे पूरा करने में सफल हुए हैं।

पुलों का विवरण इस प्रकार है-
जरवाय मार्ग (बंगाली होटल के पास)-23 करोड़ 8 9 लाख 49 हजार रुपए
हीरापुर चौक-49 करोड़ 40 लाख 10 हजार रुपए
सरोरा चौक (रिलायंस पेट्रोल पंप के पास)-43 करोड़ 76 लाख 48 हजार रुपए
चार महीनों में 400 करोड़ से ज्यादा की राशि
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले चार महीनों में रायपुर नगर निगम को 400 करोड़ रुपये से अधिक की राशि विकास कार्यों के लिए दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 20 महीनों में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। 700 से अधिक टेंडर जारी किए जा चुके हैं और इस वर्ष सड़कों के कायाकल्प पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है – सबका विकास, सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास। हमने यह संकल्प लेकर सरकार में कदम रखा है और इसे साकार करने में लगातार काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ का यह रजत जयंती वर्ष है और हम इसे विकसित छत्तीसगढ़ की दिशा में एक मील का पत्थर बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ विकास करना नहीं बल्कि हर नागरिक की रोजमर्रा की जिंदगी में सुधार लाना है।