केंद्रीय विद्यालय के सेवानिवृत शिक्षक व आचार्य प्रेम प्रकाश शास्त्री ने दिया सारगर्भित प्रवचन
रायपुर। आर्य समाज मंदिर टाटीबंध रायपुर के सौजन्य से नौ से 17 अगस्त तक श्रावणी उपाकर्म और वेद प्रचार सप्ताह का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में रविवार को आर्य समाज मंदिर टाटीबंध रायपुर में उल्लास के साथ कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने महर्षि दयानंद सरस्वती के सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान घर-घर यज्ञ, भजन और सत्संग भी हुआ।
ज्ञानयज्ञ का भव्य आयोजन किया गया
उक्त ज्ञानयज्ञ रविवार को आर्यसमाज मंदिर टाटीबंध रायपुर से आरंभ होकर सुभाषचंद्र श्रीवास्तव के निवास, रोहित नरूला, हरिश्चंद्र चौरासिया, चंद्रमोहन शारडा, सूर्या अपार्टमेंट कटोरा तालाब, रुकमण साहु, बारिक और अंत में अनुराग विज पुत्र केवल कृष्ण विज के निवास में संपन्न हुआ। इस दौरान अनेक श्रद्धालु आर्य नर-नारी व बच्चों ने पवित्र अग्निकुंड में आहुति प्रदान की और सत्संग में पुण्यार्जन किया।

श्रीकृष्ण जी के आदर्श-जीवन की प्रासंगिकता पर चर्चा
इस अवसर पर केंद्रीय विद्यालय के सेवानिवृत शिक्षक व आचार्य प्रेम प्रकाश शास्त्री ने सारगर्भित प्रवचन दिया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान नौ दिनों के अपने प्रवचन में वेद की सार्वकालिक व सार्वभौमिक उपयोगिता, श्रावणी पर्व की उपादेयता, सुखी जीवन, परिवार निर्माण में संस्कारों की भूमिका तथा योगेश्वर श्रीकृष्ण के आदर्श जीवन की प्रासंगिकता का विस्तार से वर्णन किया।
आगंतुक व श्रद्धालुओं का जताया आभार
ब्रह्मचारी गजानन आर्य ने यज्ञ का संचालन किया। सुभाषचंद्र श्रीवास्तव, रोहित नरुला व केवलकृष्ण विज ने आचार्य, समस्त यजमान, आगंतुक व श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। सभी ने महर्षि दयानंद के सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया। शांति पाठ और जयघोष के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर की चित्रमय झांकियां भी दिखाई गई।
कमल विहार सेक्टर छह में श्रावणी उपाकर्म का समापन
रायपुर। आर्य समाज बैजनाथ पारा और कमल विहार रायपुर के सौजन्य से नौ से 17 अगस्त तक श्रावणी उपाकर्म व वेद प्रचार सप्ताह का आयोजन आर्य समाज कमल विहार सेक्टर छह रायपुर में उल्लास के साथ किया गया । इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने महर्षि दयानंद सरस्वती के सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर घर-घर में यज्ञ, भजन व प्रवचन का सुंदर का कार्यक्रम रखा गया। सबसे पुरानी आर्य समाज बैजनाथ पारा रायपुर से आरंभ होकर योगीराज साहू, हिमांशु पात्र, भूपेंद्र बारिक, रामकुमार साहू, नंदकुमार साहू और अंत में आर्य समाज सेक्टर 6 कमल विहार (कौशल्या विहार) रायपुर में वेद प्रचार सप्ताह संपन्न हुआ। इसमें अनेक श्रद्धालु आर्य नर-नारियों ने पवित्र अग्निकुंड में आहुति प्रदान की और सत्संग की गंगा में स्नान कर पुण्यार्जन किया। डॉ. शिव शंकर शास्त्री ने सुखी जीवन का रहस्य योग को बतलाया और श्रावणी पर्व की ऐतिहासिकता को प्रतिपादित किया। आचार्य प्रेम प्रकाश शास्त्री ने नौ दिनों के अपने प्रवचन में वेद की सार्वकालिक व सार्वभौमिक उपयोगिता, श्रावणी पर्व की उपादेयता, योग, सुखी जीवन, परिवार निर्माण में संस्कारों की भूमिका तथा योगेश्वर श्रीकृष्ण के आदर्श जीवन की प्रासंगिकता पर सारगर्भित व्याख्यान दिया। पंडित नंदकिशोर आर्य ने अत्यंत रोचक भजनों के माध्यम से सभी श्रोताओं को आनंद-विभोर कर दिया।

भजनों की बहुत सुंदर दी गई प्रस्तुति
पंडित सूरज आर्य ने सुंदर ढंग से यज्ञ का संचालन किया। पंडित शंकर दयाल ने भजनों की बहुत सुंदर प्रस्तुति दी। मानिकपुरी ने ढोलक वादन के माध्यम से उनका पूरा साथ निभाया। आर्य समाज के प्रधान योगीराज साहू, कोषाध्यक्ष रामकुमार साहू व अन्य अधिकारियों ने समस्त विद्वानों का स्वागत किया। प्रधान ने समस्त यजमान, आगंतुक एवं श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। शांति पाठ और जयघोष के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ । इस अवसर की चित्रमय झांकियां।