सैकड़ों की संख्या में शामिल प्रवासी प्रतापगढ़वासी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने
शिखर न्यूज़’ के संपादक सुरेश शुक्ल और आनंद पांडेय शामिल रहे
मुंबई।मालाड (पश्चिम) स्थित सिल्वर ओक रेस्टोरेंट का सभागार उस समय तालियों की गड़गड़ाहट और अपनेपन की भावनाओं से गूंज उठा, जब प्रवासी प्रतापगढ़वासियों का लोकप्रिय संगठन “सिर्फ प्रतापगढ़ परिवार” अपना छठवां स्नेह सम्मेलन मना रहा था। सैकड़ों की संख्या में शामिल प्रवासी प्रतापगढ़वासी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने, जहां माटी की महक, मेल-जोल और संगीत का सुंदर संगम देखने को मिला।


कार्यक्रम का मार्गदर्शन डॉ. अमर मिश्र ने किया, जिन्होंने इस आयोजन को प्रवासी प्रतापगढ़ियों के बीच एकता, संवाद और सहयोग का प्रतीक बना दिया। सांस्कृतिक सत्र में गीत, संगीत और हास्य की झड़ी लग गई। सुरेश मिश्र की चुटीली एंकरिंग पर दर्शक झूम उठे, वहीं कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से समा बाँध दिया। माहौल में हंसी, तालियों और माटी की महक घुल-मिल गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता चंदीपुर धाम के संस्थापक पं. अरुण मिश्र ने की, जबकि कोहंडौर में शैक्षणिक हब के संस्थापक शिक्षाविद् पं. दिनेश त्रिपाठी मुख्य अतिथि रहे।

विशिष्ट अतिथियों में मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय, प्रसिद्ध पार्श्वगायक रवि त्रिपाठी, लोकगायक संजय तिवारी सफल, दीपक सुहाना, हास्य कवि सुरेश मिश्र, पं. लक्ष्मण द्विवेदी (श्रीराम मंदिर, जोगेश्वरी), ‘शिखर न्यूज़’ के संपादक सुरेश शुक्ल और आनंद पांडेय शामिल रहे। सभी ने अपनी प्रस्तुतियों और विचारों से मंच को ऊर्जावान बना दिया, जिससे आयोजकों के उत्साह को नई उड़ान मिली।
इस अवसर पर डॉ. अमर मिश्र ने संकल्प लिया कि मुंबई महानगर क्षेत्र — जिसमें ठाणे, कल्याण, डोंबिवली, मीरा-भाईंदर, वसई-विरार, पालघर और नवी मुंबई शामिल हैं — में बसे 10,000 से अधिक प्रतापगढ़वासियों को एक साझा मंच से जोड़ा जाएगा, ताकि उनकी सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक समस्याओं के समाधान के लिए

ठोस कदम उठाए जा सकें।

सम्मेलन में एडवोकेट विनय दूबे, सुभाष पांडेय, प्रदीप दूबे, मुन्ना पांडेय, रामप्रकाश पांडेय, राजेश पांडेय, आशीष दूबे, अखिलेश तिवारी, पवन शुक्ला, संतोष पांडेय, दुर्गेश पांडेय, के.के. तिवारी, उद्योगपति संजय मिश्रा, लल्लन पांडेय, भोला गिरी, शशीकांत पांडेय, अरविंद शुक्ल, अनिल बारी, अनुपम शुक्ल, नीलेश मिश्रा, संजय शुक्ला, स्वामीनाथ मिश्रा, दिवाकर पांडेय, अचिंत्य मिश्र, संतोष शुक्ला, नरसिंह पाल, संतोष तिवारी, सुशील पांडेय, मुकेश दूबे, बृजेश पांडेय, दीपक सुहाना सहित साहित्य, पत्रकारिता, शिक्षा और उद्योग जगत की अनेक प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद रहीं।
कार्यक्रम के अंत में अविनाश पांडेय ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा —
“हमारा उद्देश्य केवल मिलना-जुलना नहीं, बल्कि अपने जनपद की संस्कृति, संस्कार और सहयोग की परंपरा को मुंबई की मिट्टी में रोपना है। जब प्रवासी प्रतापगढ़वासी एक मंच पर आते हैं, तो यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि अपनेपन की पुनर्स्थापना होती है।”
अविनाश पांडेय ने सातवें स्नेह सम्मेलन को और भी भव्य रूप में आयोजित करने का संकल्प भी व्यक्त किया।






