-कलेक्टर ने कहा नई बिल्डिंग का प्रस्ताव चुका है पारित, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
रायपुर। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एंग्लो रिकॉर्ड रूम की जर्जर छत रविवार सुबह अचानक भरभराकर गिर गई। छुट्टी का दिन होने के कारण उस समय कार्यालय में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया । हालांकि, छत गिरने से कई महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज मलबे और धूल में दब गए। बताया जा रहा है कि, रायपुर कलेक्ट्रेट भवन की लंबे समय से मरम्मत नहीं की गई है। जिसे लेकर कई बार कर्मचारियों ने शिकायत भी की थी। जर्जर हो चुके भवन में हर दिन सैकड़ों लोग कामकाज और अपने कार्यों के लिए पहुंचते हैं।

देखिए छत गिरने के बाद का मंजर – धूल, मलबा और बिखरी फाइलें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छत गिरते ही तेज आवाज हुई और कमरे में धूल का गुबार फैल गया। कुछ ही मिनटों में कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कैसे रिकॉर्ड रूम पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो चुका है।
कर्मचारियों को पहले ही शिफ्ट कर दिया गया था
रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को पहले ही अन्य कमरों में शिफ्ट कर दिया गया था। कलेक्ट्रेट के लिए नई बिल्डिंग का प्रस्ताव पारित हो चुका है और निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।
मलबा हटवाकर रिकॉर्ड को किया सुरक्षित
यह हादसा कक्ष क्रमांक-8 में हुआ, जहां पुराने कर्मचारियों की पेंशन और गैजेट से जुड़ी महत्वपूर्ण फाइलें रखी गई थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज आवाज के साथ अचानक छत गिरी और पूरे कमरे में धूल का गुबार फैल गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मलबा हटवाकर रिकॉर्ड को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
वर्ष 1915 में बनाया गया था
एडिशनल कलेक्टर मनीष मिश्रा ने बताया कि दस्तावेज व्यवस्थित किए जा चुके हैं और आगे की प्रक्रिया जारी है। यह भवन लगभग 150 साल पुराना है, जिसे ब्रिटिश काल में वर्ष 1915 में बनाया गया था। लंबे समय से इसकी मरम्मत नहीं हुई थी, जिससे इसकी हालत जर्जर हो चुकी थी। यह हादसा न केवल सुरक्षा में लापरवाही की ओर इशारा करता है, बल्कि ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण पर भी सवाल उठाता है।