शुरू में यह नियुक्ति होगी अस्थायी, कलेक्टर दरपर मिलेगा मानदेय: कलेक्टर डा गौरव कुमार सिंह
रायपुर। राजधानी रायपुर में लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक जाम को सरल और सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। इसके लिए गुजरात के तर्ज पर पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा की पहल पर नगर
निगम, जिला प्रशासन व रायपुर पुलिस के संयुक्त प्रयास से 25 ट्रैफिक वार्डनों की नियुक्ति की गई है, जिन्हें जल्द ही शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर तैनात किया जाएगा।

रायपुर बनेगा रोल मॉडल:आईजी अमरेश
आईजी अमरेश मिश्रा ने कहा,भारत में सबसे पहले गुजरात में ट्रैफिक वार्डनों को ट्रैफिक प्रबंधन में शामिल किया गया था। अब छत्तीसगढ़ में इसकी शुरुआत रायपुर से की जा रही है। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो इसे राज्यभर में विस्तार दिया जाएगा।
वार्डनों की नियुक्ति होगी अस्थायी: कलेक्टर डा गौरव
रायपुर कलेक्टर डा गौरव कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि वार्डनों की यह नियुक्ति अस्थायी रूप से एक माह के लिए की गई है। उनके कार्य प्रदर्शन की समीक्षा उपरांत ही आगे की भूमिका तय होगी। इस दौरान वार्डनों को कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाएगा और प्रशिक्षण उपरांत जाम प्रभावित क्षेत्रों में ड्यूटी दी जाएगी।

अवैध पार्किग से बिगड़ रही ट्रैफिक व्यवस्थां: एसएसपी लाल उमेद
रायपुर एसएसपी लाल उमेद सिंह ने कहा कि शहर में तेज़ी से बढ़ते वाहन दबाव और सड़कों पर अवैध पार्किंग के चलते ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ रही है। जिसकी पूर्ति अब इन वार्डनों से होगी।
विभाग के पास प्रयार्प्त जवान नही
राजधानी यातायात व्यवस्था को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए विभाग के पास प्रयाप्त जवान नही हैं। राजधानी में वर्तमान मेंं 465 यातयात बल है। वही बी.पी.आर और डी.के मापदण्ड के अनुरूप 2262 बल की आवश्कता हैं।
ट्रैफिक वार्डन को यह होगा अधिकार
ट्रैफिक वार्डन को पुलिस बल जैसा अधिकार नहीं होगा, लेकिन उनकी ड्यूटी का क्षेत्र उन्हें ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रखने की सीधी जिम्मेदारी देगा। किसी प्रकार की कानूनी अड़चन, अपराध या अराजकता की स्थिति में उन्हें प्रशासन को तुरंत सूचना देनी होगी।
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