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समय से पहले सभी सुविधाएं चाहने वालीं प्रशिक्षु आइएएस पूजा का ट्रांसफर

पुणे में पोस्टिंग के दौरान अपनी निजी आडी कार पर लाल-नीली बत्ती लगाकर शुरू कर दिया था चलना

मुंबई ।महाराष्ट्र की एक प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी पूजा खेडकर का ट्रांसफर पुणे से एक छोटे जिले वाशिम में कर दिया गया है, क्योंकि वह समय से पहले ही सारी सुविधाएं चाहती थीं, जो किसी प्रशिक्षु प्रशासनिक अधिकारी को नहीं दी जातीं। ज्ञात होकि देश में हर साल लाखों स्टूडेंट्स यूपीएससी की तैयारी करते हैं, लेकिन सलेक्शन कुछ बच्चों का ही हो पाता है। यूपीएससी की परीक्षा में अमीर या गरीब नहीं देखा जाता है। जो इस एग्जाम को पास कर लेता है, उसे सारी सुख सुविधाएं जैसे नाम, शोहरत, सम्मान आदि मिल जाती हैं। इस बीच प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी पूजा खेडकर अपनी हरकतों को लेकर विभाग के साथ ही आए दिनों अखबारों में चर्चा में थी। पूजा खेडकर 2023 बैच की आइएएस अधिकारी हैं। यूपीएससी परीक्षा में ओबीसी नान क्रीमी लेयर से उनकी रैंक 821 थी। उनकी पोस्टिंग पुणे के कलेक्टर आफिस में प्रशिक्षु के रूप में हुई थी।

प्रशिक्षु आइएएस अफसर को नहीं दी जातीं

पुणे मिरर की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में रिपोर्ट के अनुसार,ये दावे किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार,पुणे में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने अपनी निजी आडी कार पर लाल-नीली बत्ती लगाकर चलना शुरू कर दिया। इस कार पर उन्होंने महाराष्ट्र शासन की प्लेट भी लगवा ली थी। पूजा खेडकर यहीं नहीं रुकीं। कलेक्टर कार्यालय से उन्होंने वीआइपी नंबर प्लेट वाली आधिकारिक कार, सरकारी आवास, पर्याप्त कर्मचारियों वाला एक आधिकारिक कक्ष एवं एक कांस्टेबल की भी मांग करनी शुरू कर दी। ये सारी सुविधाएं किसी प्रशिक्षु आइएएस अफसर को नहीं दी जातीं। इसलिए, उन्हें भी नहीं दी गईं। तब उन्होंने एक दिन अपने वरिष्ठ अपर जिलाधिकारी अजय मोरे की अनुपस्थिति में उनके एंटी चैंबर पर ही कब्जा कर लिया। उन्होंने एंटी चैंबर में रखा उनका सोफा सहित सारा सामान बाहर निकलवाकर वहां अपनी नेम प्लेट लगवा दी। इसके बाद उन्होंने राजस्व सहायक को अपने नाम का लेटर हेड, आधिकारिक शाही मुहर और इंटरकाम उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।


वाशिम में सुपर न्यूमरेरी असिस्टेंट कलेक्टर के पद पर भेजा गया
उनकी इन हरकतों के बाद पुणे के कलेक्टर डा. सुहास दिवसे ने उनकी शिकायत पत्र लिखकर मुख्य सचिव से की। इसके बाद उनका स्थानांतरण पुणे से एक छोटे जिले वाशिम में सुपर न्यूमरेरी असिस्टेंट कलेक्टर के पद पर कर दिया गया। आदेश में कहा गया है कि जुलाई 2025 तक अब वह अपना प्रशिक्षु काल वहीं बिताएंगी। पता चला है कि पुणे कलेक्टर कार्यालय में उन्हें सुविधाएं दिलवाने के लिए उनके पिता दिलीप खेडकर भी दबाव डालते रहे थे। वह प्रदूषण विभाग के आयुक्त के रूप में काम कर चुके हैं। पूजा के नाना जगन्नाथ राव बुधवंत भी वरिष्ठ आइएएस अधिकारी रह चुके हैं।

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