पति के नहीं रहने पर भी यादें जीवित रह सकें, इसलिए स्पर्म प्रिजर्व करने की मांग
मध्य प्रदेश रीवा। जिले के चुरहट में सड़क हादसे के दौरान एक व्यक्ति की मौत के बाद उसकी पत्नी की डिमांड पर अस्पताल के डाक्टर को पोस्टमार्टम दो दिन तक रोकना पड़ा। जिससे यह पूरी घटना इंटरनेट पर तेजी से प्रसारित होने लगी। की मांग ने डाक्टरों और पुलिस को दो दिन तक हैरान रखा।
पति का स्पर्म सुरक्षित रखा जाएदरअसल, चुरहट की निवासी नेहा सिंह के पति जितेंद्र सिंह गहरवार की मौत हो गई थी। वहीं सूचना पर रीवा के संजय गांधी मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंची नेहा ने पुलिस और डाक्टरों के सामने मांग रख दी कि पति का स्पर्म सुरक्षित रखा जाए। ताकि वह आधुनिक चिकित्सा सुविधा के जरिए मां बन सके। इसलिए वह चाहती है कि उसके पति के नहीं रहने पर भी यादें जीवित रह सकें।
24 घंटे के बाद स्पर्म को सुरक्षित नहीं महिला को संजय गांधी मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डा़ राहुल मिश्रा और रीवा स्थित श्याम शाह मेडिकल कालेज के फारेंसिक एक्सपर्ट रजनीश कुमार पांडे ने समझाया कि स्पर्म प्रिजर्व करने की मांग को इसलिए पूरा नहीं किया जा सकता, क्योंकि जितेंद्र सिंह गहिरवार की मृत्यु के 24 घंटे पूरे हो चुके हैं। स्पर्म इस अवधि के बाद सुरक्षित नहीं रखा जा सकता।
अलबत्ता, नेहा सिंह ने यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया कि उसने यह मांग पुलिस और डाक्टरों के सामने हादसे के कुछ घंटों के बाद ही रख दी थी। इसके बावजूद लापरवाही बरती गई और स्पर्म को सुरक्षित नहीं रखा गया। महिला के मांग पर अड़े रहने के कारण हादसे के दो दिन बाद पोस्टमार्टम हो सका। शनिवार शाम पीएम के बाद शव को मृतक के पिता व पत्नी नेहा को सुपुर्द कर दिया गया। ज्ञात होकि सात महीने पहले ही मई 2024 को विवाह हुआ था।