समिति का भावपूर्ण संदेश —
“करने वाले श्याम, बुलाने वाले श्याम; हर धड़कन में श्याम।”
लखदातार सेवा समिति का “आराधना 4.0 – भावपूर्ण संकीर्तन” श्रद्धा व भव्यता के साथ संपन्न
रायपुर। लखदातार सेवा समिति, रायपुर के तत्वावधान में रविवार, 14 दिसंबर 2025 को अग्रसेन धाम, छोकरानाला में आयोजित “आराधना 4.0 – भावपूर्ण संकीर्तन” अत्यंत श्रद्धा, भव्यता एवं अनुशासन के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस भव्य धार्मिक आयोजन में 5,000 से अधिक श्याम-भक्तों, समाजजनों, युवाओं एवं मातृशक्ति की गरिमामयी उपस्थिति रही।

श्याम प्रभु की असीम कृपा एवं समाज के सहयोग से लगातार चौथे वर्ष आयोजित यह आयोजन भक्ति, सेवा और सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण बनकर सामने आया। संपूर्ण अग्रसेन धाम श्याम प्रभु के राजसी दरबार, आकर्षक पुष्प-सज्जा, भव्य झांकियों, छप्पन भोग और मनोहारी प्रकाश व्यवस्था से अलंकृत रहा, जिससे वातावरण पूर्णतः श्याममय हो गया।
देशभर के ख्यातिप्राप्त भजन कलाकारों ने बांधा समा
कार्यक्रम की मुख्य विशेषता रही भव्य भजन-संध्या, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से पधारे प्रख्यात भजन कलाकारों ने अपनी भावविभोर कर देने वाली प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को श्याम भक्ति में सराबोर कर दिया।
कोलकाता से पधारे राज पारीक, समस्तीपुर से रेशमी शर्मा, विवेक शर्मा ‘जीतू’, जयपुर से अभिषेक नागा, तथा रायपुर के अमन अग्रवाल एवं प्रियांशु मित्तल ने श्याम प्रभु की महिमा, करुणा एवं प्रेम से ओतप्रोत भजनों से पूरे पंडाल को भक्ति-रस में डुबो दिया। भजनों के दौरान श्रद्धालु झूमते, गाते और भाव-विभोर होते दिखाई दिए।

संत-मंडल के दिव्य सान्निध्य से आयोजन को मिली आध्यात्मिक ऊचाई
कार्यक्रम को विशेष आध्यात्मिक गरिमा प्रदान की खाटूश्यामजी के निम्ब मंदिर से पधारे पूज्य श्री मानवेन्द्र सिंह चौहान जी तथा सालासर धाम से पधारे पूज्य श्री अजय पुजारी जी के दिव्य सान्निध्य ने।
संतों के मंगल आशीर्वचनों से भक्तों में नई आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ और आयोजन और अधिक पावन एवं प्रेरणादायी बन गया।
भव्य श्याम दरबार बना श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र

आयोजन का प्रमुख आकर्षण रहा श्याम प्रभु का अलौकिक और राजसी दरबार। दरबार सज्जा हेतु कोलकाता से विशेष कलाकारों की टीम रायपुर पहुँची, जिन्होंने लगभग चार दिनों की सतत मेहनत से इस भव्य दरबार को साकार रूप दिया।
पुष्पों, रोशनी और कलात्मक सजावट से सुसज्जित इस दरबार के दर्शन कर श्रद्धालु भावविभोर एवं मंत्रमुग्ध हो गए। दर्शन हेतु भक्तों की निरंतर कतारें बनी रहीं।

यूट्यूब लाइव के माध्यम से देश-विदेश के भक्त हुए सहभागीलखदातार सेवा समिति द्वारा उन श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जो वृद्धावस्था, स्वास्थ्य कारणों या शहर से बाहर होने के कारण आयोजन स्थल पर उपस्थित नहीं हो सके।
भजन-संध्या का यूट्यूब लाइव प्रसारण किया गया, जिससे दूर-दराज के श्याम-भक्त भी घर बैठे आयोजन से जुड़ सके और भक्ति-रस का अनुभव कर सके।
सुव्यवस्थित व्यवस्थाओं ने बढ़ाई आयोजन की गरिमा
भक्तों की सुविधा एवं सुरक्षा हेतु समिति द्वारा की गई व्यवस्थाएँ विशेष रूप से सराहनीय रहीं।
विशाल पंडाल, सुनियोजित बैठक व्यवस्था, एलईडी बैकड्रॉप, उत्कृष्ट ध्वनि-प्रणाली, पर्याप्त पार्किंग, चरण पादुका सेवा, सुरक्षा व्यवस्था, प्राथमिक चिकित्सा, स्वच्छता प्रबंधन तथा महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों के लिए विशेष प्रबंधों ने आयोजन को अनुकरणीय बनाया।

सामाजिक समरसता और भक्ति संस्कार का सशक्त संदेश
समिति सदस्यों ने बताया कि “आराधना 4.0” केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने, युवाओं को संस्कारों से जोड़ने तथा सेवा और भक्ति की भावना को सुदृढ़ करने का सशक्त माध्यम है।
यह आयोजन भाईचारे, सहयोग, सांस्कृतिक संरक्षण और श्याम भक्ति के विस्तार का जीवंत उदाहरण बनकर उभरा।
समिति ने व्यक्त किया आभार
कार्यक्रम के समापन पर लखदातार सेवा समिति ने सभी भजन कलाकारों, संत-मंडल, सहयोगकर्ताओं, स्वयंसेवकों एवं उपस्थित समस्त श्याम-भक्तों का हृदय से आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में भी इसी प्रकार के भव्य और दिव्य आयोजनों के निरंतर आयोजन का संकल्प दोहराया।







